TALAK IN 7 HOURS / वाराणसी : उपभोक्तावादी संस्कृति का असर पहले केवल उपयोग करने वाली वस्तुओं पर होता था। पर अब या कहीं ना कहीं समाज में आपसी प्रेम व निजी सम्बन्धों में भी देखने को मिल रहा है। लोग संबंधों को बनाने से पहले नहीं देखते और बनने के बाद तब मूल्यांकन करते हैं कि यह निभेगा या नहीं । TALAK IN 7 HOURS
बात हम कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की जहां की युवती ने राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले युवक की जो पहले प्रेम सम्बन्द्ध फिर कोर्ट मैरिज फिर उसको रीति रिवाज से अरेंज मैरिज और 7 घण्टे में तलाक में बदल गया।
फिल्मी कहानी की तरह एक दुल्हन सात फेरे लेकर दूल्हे संग अपने मायके से विदा हुई,उसे ससुराल के लिए करीब 20 घंटे की दूरी तय करनी थी जो वह पहले से जानती थी। लेकिन तकरीबन 7 घंटे का ही यात्रा दुल्हन को इतना ज्यादा लगा कि उसने बीच रास्ते में ही पुलिस बुलाकर शादी का बंधन तोड़ दिया और दूल्हे संग सात जन्म का हमसफर बनने के बजाए अपने जनपद की ओर रवाना हो गई। TALAK IN 7 HOURS
वाराणसी से कार में सवार नई-नवेली दुल्हन ने करीब 400 किलोमीटर का सफर भी तय कर लिया लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि उसके पति का घर अभी 900 किलोमीटर और दूर है तो दिमाग चकराने लगा , उसने गाड़ी रुकने का इंतजार किया।जैसे ही उसके दूल्हे व उसके परिवार वाले चाय नाश्ते के लिए गाड़ी से उतरे तो दुल्हन पास खड़े पुलिसकर्मियों के पास जा खड़ी हुई। और रोते हुए अपनी शादी तोड़ने की जिद पर अड़ गई। इसके बाद पुलिस ने थाने से महिला पुलिसकर्मी बुलाकर दुल्हन को वापस उसके घर भेज दिया और उधर दूल्हा बिन दुल्हन के बैरंग वापस लौट आया।
बनारस की रहने वाली वैष्णवी की शादी बीकानेर जिले के राजस्थान के रवि के साथ तय हुई थी। रवि अपनी बारात लेकर गुरुवार को बीकानेर से आया,ज्यादा खर्च न हो, इसलिए रवि और वैष्णवी की बनारस में कोर्ट मैरिज और फिर अरेंज मैरिज हुई।विदाई के बाद बनारस से 400 किलोमीटर का सफर करके लगभग 7 घंटे में दूल्हा-दुल्हन कानपुर के सरसौल इलाके तक पहुंच पाए,उन्हें कुल 1300 किमी के आसपास दूरी तय करनी थी।इस दौरान सरसौल के दूध माता पेट्रोल पंप के पास दूल्हे ने अपनी इनोवा कार रुकवाकर चाय-नाश्ते की इच्छा जताई।रवि और उसके रिश्तेदार जब कार से नीचे उतर गए तो उस समय वहां पर पुलिस की पीआरवी वैन 2729 भी खड़ी थी। कार में बैठी दुल्हन वैष्णवी अचानक पुलिस को देखकर जोर-जोर से रोने लगी।दुल्हन को रोता देखकर पीआरवी जवानों को कुछ शंका हुई,उन्हें लगा कहीं कि ये लोग लड़की को पकड़कर तो नहीं ले जा रहे हैं।इस पर पुलिस ने पूछताछ की तो दुल्हन वैष्णवी ने आरोप लगा दिया कि ये लोग हमको शादी करके ला रहे हैं।इन्होंने पहले बताया था कि इलाहाबाद (प्रयागराज) में रहते हैं लेकिन अब मुझे राजस्थान के बीकानेर लिए जा रहे हैं।मैं बनारस से आते-आते सात घंटे के सफर में थक गई हूं,मुझे अब इससे आगे नहीं जाना।मुझे ये शादी अभी तोड़नी है,मुझे इतनी दूर शादी नहीं करनी है मैं अपनी मां के आसपास ही रहना चाहती हूं। TALAK IN 7 HOURS
वहीं दूल्हा ने कहा लड़की वालों को सब जानकारी थीं।दुल्हन की पूरी कहानी सुनकर पुलिस सबको महराजपुर थाने ले आई जहां बनारस में दुल्हन की मां से बात की।कॉल पर वैष्णवी की मां ने बताया, मेरे पति नहीं हैं. एक रिश्तेदार ने बेटी की शादी तय कराई थी। हम लोगों को तो यही मालूम था कि दूल्हा इलाहाबाद में रहता है अब मेरी बेटी अगर बीकानेर नहीं जाना चाहती तो न जाए आप रास्ते से ही उसे मायके बनारस भिजवा दीजिए, हम शादी तोड़ देंगे। TALAK IN 7 HOURS
सात जन्मों का सफर सिर्फ 7 घंटे तक ही रहा
इसके बाद पुलिस ने आमने-सामने बैठाकर बातचीत के जरिए दुल्हन को समझाने की कोशिश की लेकिन दुल्हन इतनी दूर ससुराल जाने को तैयार नहीं हुई, तो फिर पुलिस ने आपसी समझौते से दुल्हन को महिला पुलिसकर्मियों के साथ बनारस भेज कर उसकी मां के सुपुर्द करवा दिया। TALAK IN 7 HOURS
दूल्हे रवि का कहना था कि लड़की और उसके घर में सबको मालूम था कि हम बीकानेर में रहते हैं लेकिन बीच रास्ते में आकर वह कहने लगी आगे इतनी दूर नहीं जाना, तो हम क्या करते जैसी उसकी मर्जी,हम रास्ते से चले आए, हमारा तो काफी खर्चा भी हो गया है। TALAK IN 7 HOURS