SOCIAL CRIME / गाजीपुर : कहा गया है कि पूत कपूत हो सकता है कि लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती लेकिन इस कलयुग में कुछ भी हो सकता है जिसे सुनकर हमारी परंपराएं मान्यताएं इन सब पर प्रश्नचिह्न लग जाता है। बात हम कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की जहां एक 35 वर्षीय माने अपने दो सगे बेटों का चाकू से गला घोट कर उनकी हत्या कर डाली है।SOCIAL CRIME
उक्त घटना शुक्रवार के रात घटी , घटना की जानकारी शनिवार सुबह हुई तो आस पास के इलाके में सनसनी मच गई। पुलिस ने महिला को चाकू के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को कब्जे में लेकर मुख्यालय स्थित मर्चरी हाउस में पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया हैं। यह वाकया जिले के मरदह थाना क्षेत्र के हमीरपुर गांव की है। आरोपी महिला का पति भारतीय सेना में तैनात है। जैसे ही उसके पति को सूचना मिली ही वह घर के लिए रवाना हो गया है। मरदह थाना क्षेत्र के हमीरपुर निवासी किसान रामबचन यादव के दो लड़के हैं, एक अजीत यादव भारतीय सेना है। जिसकी तैनाती इस समय कश्मीर में है। रामबचन यादव का दूसरा लड़का अमित घर पर ही रह कर व्यवसाय करता है। पूरा परिवार बीती रात खाना खाकर सोने चला गया। SOCIAL CRIME
अजीत की पत्नी नीतू यादव (35) भी तीन बच्चों औरव उर्फ हैप्पी, हर्षित एवं आराध्या (8) को लेकर अपने कमरे में सोने चली गई। रात में किसी वक्त चाकू से वार कर औरव उर्फ हैप्पी (7 ) और हर्षित (1) की हत्या कर दी। दोनों का सिर धड़ से अलग कर दिया। तीसरी बच्ची को उसने वैसे ही छोड़ दिया। इतना करने के बाद भी वह रात भर उसी कमरे में ही रही। घटना की जानकारी शनिवार सुबह तब हुई जब परिवार के सदस्य बच्चों को जगाने गए। बच्चों का खून से सना शव देख पैरों तले परिवार वालों की जमीन खिसक गई। इस हृदय विदारक घटना की सूचना से घर के बाहर भीड़ लग गई। घटनास्थल का खौफनाक मंजर देख लोग सहम उठे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। हत्या में इस्तेमाल चाकू को कब्जे में लेकर पुलिस ने नीतू यादव को गिरफ्तार किया। उक्त घटना को नीतू ने क्यों ऐसा अंजाम दिया इसके बारे में पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है। SOCIAL CRIME
पति और पत्नी के बीच काफी दिनों से मनमुटाव चल रहा था ।उससे बच्चों की हत्या के बारे में पूछा गया तो उसने जो कहा वो सुनकर उपस्थित लोग सिहरन के साथ कांप उठे। नीतू ने कहा कि बच्चों को मैंने ही मारा है। मैं लड़की को भी मारना चाहती थी, लेकिन उसको छोड़ दी। ये बातें बोलते वक्त उसके चेहरे पर किसी भी प्रकार का गम या तनाव नहीं था।वो बिल्कुल सामान्य नजर आई। उसे अपने किए का कोई पछतावा नहीं था। SOCIAL CRIME