NARI SHAKTI / मैनपुरी : कैफ़ी आज़मी की एक शायरी कद्र अब तक तेरी तारीख ने जानी ही नहीं, तुझमें शोले भी हैं, बस अश्क फिसानी ही नहीं, अर्थात इस नवरात्र में जहां एक तरफ शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की पूजा हो रही है।NARI SHAKTI
वही उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की महिला ने नारी शक्ति की बेमिसाल आदर्श महिलाओं के सामने रखा है ।जिले में एक महिला अपने पति की रक्षा के लिए गांव के ही अराजकतत्वों से भिड़ गई। उसके पति के ऊपर जब कुल्हाड़ी से वार किया गया , तब पत्नी ने अपने पति को जोर से धक्का दे दिया, जिससे वह बाल-बाल बच गया।
इसके बाद हमलावरों ने फिर से उसके पति पर कुल्हाड़ी से वार किया, लेकिन वह फिर बीच में आ गई। इस दौरान उसके पति के एक हाथ का अंगूठा थोड़ा कट गया। मौके पर चश्मदीन बने लोगों की भीड़ जुट गई, जिसके बाद हमलावर वहां से भाग गए। पीड़ित महिला ने तुरंत थाने में पहुंच कर आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया है। NARI SHAKTI
मैनपुरी जिले के थाना कुर्रा क्षेत्र के गांव बिलिंदा निवासी मंजू ने बताया कि 22 मार्च बुधवार की रात को वह अपने पति मंशाराम व बच्चों के साथ घर में आराम कर रही थीं, तभी उसी के गांव के पूरन सिंह घर के बाहर शराब पीकर गाली गलौज करने लगा। जब लोगों ने मना किया तो आरोपी तमतमाते हुए कुल्हाड़ी लेकर आया और उसके पति मंशाराम पर लक्ष्य कर हमला कर दिया। तभी मंजू ने सक्रियता दिखाते हुए पति को धक्का दे दिया, उसके इस प्रयास से असफल हुआ। पहले वार से पति की जान बच गई। लेकिन पूरन ने दोबारा कुल्हाड़ी से हमला किया, जिसमें मंशाराम का अंगूठा कट गया। NARI SHAKTI