MMMSY YOJNA / आज़मगढ़ : जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की जिला स्तरीय समिति की प्रथम बैठक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा योजनान्तर्गत 2022-23 की कार्य योजना का अनुमोदन व प्राप्त आवेदन पत्र में पात्र लाभार्थियों का रेण्डमाइजेशन का चयन की कार्यवाही की गयी।MMMSY YOJNA
जिलाधिकारी ने बताया कि उ0प्र0 सरकार द्वारा मत्स्य उत्पादकता में वृद्धि और मत्स्य पालकों के आर्थिक समृद्धि में अपार सम्भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए स्थानीय पट्टाधारक मत्स्य पालकों के आर्थिक एवं सामाजित उत्थान हेतु मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (एमएमएमएसवाई) वर्ष 2022-23 से 2026-27 तक पांच वर्षां हेतु संचालित की गई है। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय समिति के दायित्व निर्धारित किये गये हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के कार्यान्वयन के लिए जिला स्तर पर लाभार्थी के चयन एवं अनुमोदन में पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रक्रिया अपनायी जाए। उन्होने कहा कि पिछले 10 वर्ष के पट्टाधारक का रिकार्ड तहसील से प्राप्त कर लाभार्थी को योजना का लाभ दिया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के पर्यवेक्षण एवं निगरानी सुनिश्चित की जाए।MMMSY YOJNA
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद वासियों के लिए मत्स्य पालन पुष्टाहार, रोजगार एवं आय का महत्वपूर्ण स्रोत है। मत्स्य आहार प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है। इस योजना के क्रियान्वयन से प्रदेश में मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता में बढ़ोत्तरी होगी, मछुआरों एवं मत्स्य पालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा, स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे एवं कुपोषण को दूर करने में भी सहायता प्राप्त होगी। उन्होने कहा कि यह योजना वर्ष 2022-23 से 2026-27 के लिए संचालित की जायेगी। MMMSY YOJNA
योजनान्तर्गत प्रदेश में प्रति वर्ष 600 हे0 जल क्षेत्र एवं आगामी पाँच वर्षों में 3000 जल क्षेत्र आच्छादित किये जाने का व योजना के माध्यम से वार्षिक मत्स्य उत्पादकता 25-30 कुन्तल से प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 50 कुन्तल प्रति हेक्टेयर ले जाने का उद्येश्य है। उन्होने कहा कि मनरेगा कन्वर्जेन्स अथवा पट्टाधारक स्वयं के द्वारा सुधारे गये ग्राम सभा के पट्टे के तालाबों के पट्टेधारक अथवा अन्य पट्टे के तालाबों के पट्टाधारक एवं पट्टाधारी मत्स्य जीवी सहकारी समितियाँ अधिकतम 2 हेक्टेयर तक की सीमा तक तथा जिनके तालाबों के पट्टे की अवधि न्यूनतम 4 वर्ष शेष हो, योजना के लाभार्थी हो सकते हैं। MMMSY YOJNA
उन्होने बताया कि मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक स्वयं तथा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में प्रथम वर्ष निवेश पर अनुदान हेतु इकाई लागत धनराशि रू0 4.00 लाख प्रति हेक्टेयर पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। मनरेगा कन्वर्जेन्स पट्टाधारक स्वयं तथा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य बीज बैंक की स्थापना योजना हेतु इकाई लागत रू0 4.00 लाख प्रति हेक्टेयर पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा।MMMSY YOJNA
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के उप योजना का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराते हुए विभागीय पोर्टल Fisheries.up.gov.in पर आवेदन पत्र आमंत्रित किये जायें। अपलोड आवेदन पत्रों को अभिलेखीय परीक्षण एवं भौतिक सर्वे करते हुए पात्र आवेदनों की व्यतिक्रमित सूची जिला स्तरीय समिति के समक्ष अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया जाए। जनपद स्तर से अनुमोदित प्रस्ताव राज्य स्तर को स्वीकृति एवं फण्डिंग हेतु प्रेषित कराया जाये। उन्होने कहा कि फण्डिंग होने पर सम्बन्धित कार्य का कार्य कराये जाने के पहले, कार्य कराते हुए, कार्य पूर्ण पर फोटो ग्राफ एव बिल बाउचर अपलोड करते हुए अनुदान का अंश लाभार्थी के खाते में डी०बी०टी० कराना सुनिश्चित करें।MMMSY YOJNA
मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मत्स्य पालक विकास अभिकरण आजमगढ़ राम नरायण तिवारी द्वारा अवगत कराया गया है कि उक्त योजना अन्तर्गत 07 फरवरी 2023 से 16 फरवरी 2023 के मध्य कुल 91 आवेदक द्वारा आनलाइन आवेदन किया गया, जिसमें कुल 82 आवेदक पात्र पाये गये, जिनके चयन की कार्यवाही रेण्डमाइजेशन प्रक्रिया अनुसार की गयी।
बैठक में उप निदेशक कृषि श्री मुकेश कुमार, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक सहित समस्त संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।MMMSY YOJNA