DEBOTED / मैनपुरी : परिस्थितियां व समर्पण सफलता की राह में कभी आड़े नहीं आती हैं। यह साबित किया है उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के दिव्यांग सूरज तिवारी ने उन्होंने आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण करके दिव्यांग जनों के सामने एक मिसाल प्रस्तुत की है। DEBOTED
वर्ष 2017 में सूरज तिवारी की ट्रेन दुर्घटना में घुटने से दोनों पैर कट गए थे साथ ही एक हाथ भी कट गया था । दूसरे हाथ में सिर्फ दो उंगलियों के सहारे उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य देश की सर्वोच्च परीक्षा में पास होने के लिए चुना और वह उसमें सफल रहे। DEBOTED
निर्धनता में जन्मे सूरज तिवारी के पिता दर्जी की दुकान करके पूरे घर का खर्च चलाते हैं। ऐसे स्थितियों में सूरज ने दिव्यांग होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और सिविल परीक्षा की तैयारी में लग गए। उनके इस कार्य में दिव्यांगता भी बाधा नहीं बनी और वह देश की सर्वोच्च परीक्षा में सफलता अर्जित की। DEBOTED